Gramin Kamgar setu registration करने के बाद इस योजना के माध्यम से मध्य प्रदेश के रेडी वाले ,मजदूरो, प्रवासी श्रामीको को खुद का व्यापार स्थापित करने के लिए 10 हजार रुपए का ऋण उपलब्ध कराया जाता है अगर आप भी Gamin kamgar setu registration करना चाहते हैं तो आइए उसे जानते है
Gramin kamgar setu registration कैसे
तो साथियों इसमें registration करना चाहते है तो आपको भी इन आसान से इन आसान से step को अपनाना होगा जो कुछ इस प्रकार है
- Step.1 सबसे पहले आपको इस योजना के आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा
- Step.2 फिर आप इसके होम पेज पर आ जायेंगे
- Step.3 जहां आपको पंजीयण करें के आप्शन पर क्लिक करना होगा
- Step.4 तब फिर एक नया पेज खुलकर आ जाएगा जिसमे आपको अपना मोबाइल नंबर और केंप्चा कोड भरना होगा
- Step.5 उसके बाद ओटीपी प्राप्त करें पर क्लिक करे
- Step.6 फिर ओटीपी भरना होगा और इसमे अपना जिला, विकास खण्ड तथा रोजगार को चुनना होगा और सबमिट पर क्लिक करना होगा
- Step.7 तब फिर एक नया पेज खुलकर आएगा जिसमे आधार नंबर और कैप्चा भरना होगा और चेक बॉक्स पर टिक करना होगा
- Step.8 तब एक और ओटीपी आपके फोन पर आएगा जिसे भर देना होगा और इस प्रकार आपका KYC सत्यापन भी हो जाएगा
तो साथियों अगर आप भी इस योजना का लाभ प्राप्त करना चाहते है तो आपको भी इस योजना की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करनी होगी जिसके लिए आप हमारे इस पोस्ट को अन्त तक पढ़ सकते है तो आइए उसे जानना शुरु करते हैं।
saubhagya yojana online registration
MP Gramin Kamgar setu yojana क्या है
इस योजना कि शुरुआत मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के द्वारा किया गया था जिसके माध्यम से प्रदेश के प्रवासी मजदूर, रेडी फेरीवाले आदि को लाभ पहचाने के उद्देश्य से शुरु किया गया था जिसमे उन्हे खुदको व्यापार स्थापित करने के लिए उन्हें बैंक के द्वारा 10 हजार तक का ऋण प्रदान कराया जाता है साथ ही, खुद का व्यापार स्थापित करने के लिए स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के माध्यम से, प्रशिक्षण भी करवा सकते है।
इस योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के गरीब वर्ग के प्रवासी मजदूर को कम लागत में बैंक के माध्यम से ऋण के रूप में उपलब्ध कराई जाएगी। स्ट्रीट वेंडर ऋण योजना के माध्यम से आवदेन करना चाहते है तो कामगार के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर सकते ऑनलाईन आवेदन कर है
उद्देश्य
सरकार के द्वारा इस योजना कि शुरुआत करने का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के सड़क विक्रेता, मजदूर, श्रमिक तथा फेरीवालो को उनके व्यवसाय के लिए ऋण प्रदान कराना है क्योंकि जैसा कि हम सभी जानते है कि कोराना महामारी के समय देश में सभी वर्ग के लोगों को भारी समस्याओं से गुजरना पड़ा था और इसमें मध्यम वर्ग के व्यापारियों को काफी ज्यादा परेशानी हुई थी और इनका रोजगार पूरी तरह ठप हो गया था तो, मध्य प्रदेश सरकार इन परेशानियों को देखते हुए ग्रामीण कामगार सेतू योजना कि शुरुआत कि।
लाभ
इस योजना के तहत प्रदान कराई जाने वाली लाभो, कि सुची कुछ इस प्रकार है
- इस योजना का लाभ केवल मध्य प्रदेश के स्ट्रीट वंडर, सड़क विक्रेता, साइकिल या ठेले वाले को प्रदान कराया जाएगा
- इस योजना के माध्यम से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र के विक्रेताओं को अपना व्यवसाय को स्थापित करने के लिए सरकार के द्वारा बैंक के माध्यम से 10000 रुपए का ऋण प्रदान कराया जाएगा
- इस योजना के माध्यम से ब्याज की पुरी राशि मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा वहन की जाएगी
- इस योजना के शुरू हो जाने से मध्य प्रदेश के छोटे व्यापारी अपना खुद का रोजगार स्थापित करके अपने स्थिति को बेहतर कर पाएंगे
- इसमें ग्रामीण क्षेत्रों के पथ-विक्रेताओ को भी बैंको से 10 हजार की कार्यशील पूँजी उपलब्ध कराई जाएगी
- इससे लोग आत्मनिर्भर तथा तथा सशक्त बन पाएंगे।
लाभार्थी
इस योजना का लाभ जिन लोगो को प्रदान कराया जाएगा उनकी सुची कुछ इस प्रकार है
- हेयर ड्रेसर
- मजदूर
- अंड-मुर्गी बेचने वाला
- फल बचने वाला
- बुनकर
- ग्रामीण कारीगर
- प्रवासी मजदूर
- आइसक्रीम वाला
- सड़क विक्रेता
- रिक्शा वाला
- समोसा कचौरी वाला
- दर्जी
- बढ़ई
- मोटरसाइकिल बनाने वाला
- ठेला चलाने वाला
- कुम्हार
- धोबी
- दर्जी आदि
दस्तावेज
इस योजना का लाभ प्राप्त कराने के लिए सरकार ने आधिकारिक वेबसाइट जारी किया है जिसमें आवेदन करना होता है और आवेदन करते समय लगने वाले दस्तावेजो कि सूची कुछ इस प्रकार है
- आवेदनकर्ता का आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- बैंक अकाउंट पासबुक
- मोबाईल नंबर
- पासपोर्ट साइज
- शैक्षणिक योग्यता का प्रमाण
पात्रता
इस योजना का लाभ प्रदान कराने के लिए सरकार के द्वारा निर्धारित कि गई पात्रता कुछ इस प्रकार है
- आवेदनकर्ता को मध्य प्रदेश का निवासी होना चाहिए
- आवेदक मध्य प्रदेश के ग्रामीण इलाके से होना चाहिए
- आवेदक की आयु 18 से 55 साल के बीच होना चाहिए
- इस योजना के लिए किसी विशेष जाति का बंधन नहीं है।